ट्रम्प ने मोदी को अमेरिका आने का न्योता दिया था:ओडिशा में मोदी बोले- खाने पर बुलाया, मैंने कहा महाप्रभु की धरती पर जाना है

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को भुवनेश्वर में कहा, ‘मुझे भगवान जगन्नाथ की पवित्र भूमि आना था, इसलिए मैंने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का वॉशिंगटन आने का निमंत्रण अस्वीकार कर दिया।’ उन्होंने बताया, ‘दो दिन पहले कनाडा में G7 समिट के लिए गया था। तभी अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रम्प ने मुझे फोन किया और कहा कि आप कनाडा तो आए ही हैं, तो वॉशिंगटन होकर जाइए। साथ में खाना खाएंगे, बातें करेंगे, लेकिन मैंने अमेरिका के राष्ट्रपति से कहा कि निमंत्रण के लिए धन्यवाद। उन्होंने बताया, ‘मैंने उनके (ट्रम्प) निमंत्रण को नम्रतापूर्वक मना किया। आप लोगों का प्रेम और महाप्रभु की भक्ति मुझे इस धरती पर खींचकर ले आई है।’ पीएम ओडिशा में भाजपा सरकार के एक साल पूरा होने के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। उन्होंने 2036 तक विकसित ओडिशा और 2047 तक विकसित भारत के निर्माण के लिए विजन डॉक्यूमेंट्स जारी किया। इससे पहले उन्होंने एयरपोर्ट से जनता मैदान तक रोड शो किया। G7 समिट में ट्रम्प और मोदी की मुलाकात नहीं हो पाई थी
कनाडा में G7 समिट 17 और 18 जून को हुआ था। ट्रम्प और मोदी की मुलाकात प्रस्तावित थी। हालांकि, अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रम्प बैठक के दौरान ही चले गए, क्योंकि इस्राइल और ईरान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा था।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने एक बयान में बताया, ‘मोदी ने मंगलवार को ट्रम्प का निमंत्रण अस्वीकार कर दिया था, जब वह कनाडा से लौट रहे थे। मिस्री के अनुसार, मोदी ने कहा कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों के कारण वह निमंत्रण स्वीकार नहीं कर सकते। साथ ही उन्होंने ट्रम्प को भारत आने और इस साल के आखिर में संभावित क्वाड समिट में भाग लेने का निमंत्रण दिया। पीएम मोदी के स्पीच की 5 बड़ी बातें, कहा- किसानों को डबल लाभ पीएम ने एयरपोर्ट से जनता मैदान तक रोड शो किया एक साल में पीएम मोदी का छठा ओडिशा दौरा
राज्य में भाजपा सरकार बनने के बाद पीएम मोदी का एक साल में यह छठा ओडिशा दौरा है। पीएम 12 जून को शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। 17 सितंबर को पीएम मोदी ने ओडिशा में सुभद्रा योजना लॉन्च की। 29 नवंबर को प्रधानमंत्री ने ओडिशा में पुलिस महानिदेशकों और पुलिस महानिरीक्षकों के अखिल भारतीय सम्मेलन में हिस्सा लिया। 8 जनवरी को भुवनेश्वर में प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का शुभारंभ किया। इसके बाद 27 जनवरी 2025 को पीएम मोदी ने उत्कर्ष ओडिशा-मेक इन ओडिशा कॉन्क्लेव में हिस्सा लिया। ओडिशा में भाजपा को पहली बार बहुमत मिला था ओडिशा विधानसभा चुनाव 2025 में भाजपा ने पहली बार बहुमत के साथ जीत हासिल की थी। राज्य की 147 सीटों में से भाजपा को 78 सीटें मिलीं। वहीं, नवीन पटनायक की बीजू जनता दल (BJD) को 51, कांग्रेस को 14, CPI(M) को 1 और अन्य को 3 सीटों पर जीत मिली थीं। लोकसभा चुनाव में भी पहली बार भाजपा ने यहां बड़ी जीत दर्ज की थी। राज्य की 21 सीटों में से भाजपा को 20 और कांग्रेस को एक सीट मिली। BJD और अन्य दलों को एक भी सीट नहीं मिली। 2019 में भाजपा को 8, BJD को 12 और कांग्रेस को एक सीट पर जीत मिली थी। यानी भाजपा को इस बार 12 सीटों का फायदा है। भाजपा ने 24 साल 99 दिन का पटनायक राज खत्म किया था
BJD के नवीन पटनायक ने 5 मार्च 2000 को पहली बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। तब से जून 2024 तक वे 5 बार यानी 24 साल 99 दिन तक ओडिशा के CM रहे। अगर इस बार उनकी सरकार बनती तो वे देश में सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री होने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लेते। अभी ये रिकॉर्ड सिक्किम के पवन चामलिंग के नाम है। वे 24 साल 165 दिन तक इस पद पर रहे। ———————— ये खबर भी पढ़ें… मंडे मेगा स्टोरी:पीएम मोदी की रैलियां आधी हुईं, भाषण लंबे; सूट पहनकर विदेश जाते थे, अब कुर्ता- जैकेट; कितने अलग हैं मोदी 3.0 आज मोदी सरकार 3.0 का एक साल पूरा हो गया। इसके साथ ही बतौर PM नरेंद्र मोदी ने 11 साल पूरे कर लिए। इन 11 सालों में प्रधानमंत्री के लुक, स्टाइल, पहनावे और बोलने के तौर-तरीके काफी बदल गए हैं। उनकी रैलियां घट गई हैं और भाषण लंबे हो गए हैं। अब वो तेजी से बोलने की बजाय ठहरकर बोलने लगे हैं। पूरी खबर पढ़ें…
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