एक दुकानदार ने सुनाया दर्द, कहा ः पल भर में सब कुछ खत्म हो गया
कोलकाता. खिदिरपुर के ऑर्फनगंज मार्केट में रविवार देर रात को लगी आग में लगभग 700 व्यापारियों की पूरी मेहनत से बनायी गयी जमापूंजी पल भर में खत्म हो गयी. इनकी दुकानें और गोदाम पूरी तरह से जलकर राख हो गये हैं. क्षतिग्रस्त दुकान के एक व्यवसायी ने कहा कि इस अग्निकांड में मार्केट के पिछले हिस्से एवं बीच में जिन व्यापारियों की दुकानें एवं गोदाम थी, उन्हें सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है. मार्केट के पिछले हिस्से में थोक व्यापार होता है. यहां लगभग 1200 दुकानें हैं. किसी को पूरा तो किसी का थोड़ा कम नुकसान पहुंचा है. घटना के समय हमने वाटगंज थाने में फोन किया. थाने के अधिकारी ने हमारा फोन तक नहीं उठाया. वहीं, एक अन्य व्यापारी ने कहा, अग्निशमन विभाग को बार-बार फोन करने पर अग्निशमन विभाग काफी देर से मौके पर पहुंची, उसके बाद भी वे काम शुरू नहीं कर पाये. अग्निशमन विभाग की गाड़ियों में पर्याप्त पानी नहीं था! उनकी टंकी एवं पंप में पर्याप्त तेल नहीं था, इसलिए वे गंगा से पानी नहीं खींच पाए. दुकानें जल रही थीं, अग्निशमन विभाग सामने खड़ा था. अग्निशमन विभाग के देर से पहुंचने की कीमत हमें चुकानी पड़ी. मार्केट के भीतर तेल की गोदामें थी, जहां थोक कारोबार होता था. इस अग्निकांड में मार्केट के पिछले एवं मध्य हिस्से को ज्यादा नुकसान पहुंचा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
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