ईरान के न्यूक्लियर ठिकानों पर अमेरिकी-इजराइली हमलों से बढ़ा खतरा, सता रहा यह डर!

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Israel Iran War: रविवार को ईरान पर अमेरिकी हमले से उसके तीन न्यूक्लियर साइट को काफी नुकसान पहुंचा है. परमाणु प्रतिष्ठानों पर हमले से विकिरण का खतरा पैदा हो गया है. कई जानकारों का मानना है कि इससे स्वास्थ्य को समस्याएं आ सकती हैं. हालांकि राहत की बात यह है कि अभी तक उच्च स्तर पर विकिरण की अब तक कोई जानकारी नहीं है. संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी संस्था, अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने हमलों के बाद एक बयान में कहा कि वह “इस बात की पुष्टि कर सकती है कि इस समय तक परमाणु स्थल से इतर विकिरण के स्तर में कोई वृद्धि नहीं हुई है.”

अमेरिकी ने गिराए बंकर बस्टर बम

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने बयान में कहा कि अमेरिकी सेना ने रविवार सुबह नतांज और फोर्दो दोनों स्थलों के साथ-साथ एक तीसरे स्थल इस्फ़हान पर भी बम गिराए. ईरान ने इन हमलों की पुष्टि की है. ईरान नतांज और फोर्दो में यूरेनियम का संवर्धन करता है. ऐसे में जैसे-जैसे अधिक विवरण उपलब्ध होगा, यह ईरान में स्थिति पर आगे का आकलन मुहैया करेगा. ईरानी नेताओं का कहना है कि उनका परमाणु कार्यक्रम परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उद्देश्य के लिए है. लेकिन अत्यधिक संवर्धित यूरेनियम का उपयोग परमाणु हथियारों के निर्माण में किया जाता है और इजराइल, ईरान को उन्हें प्राप्त करने से रोकने के लिए उसपर हमला कर रहा है.

यूरेनियम को 60 फीसदी शुद्धता तक संवर्धित किया गया था

न्यूज एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA)के मुताबिक तेहरान से करीब 220 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में स्थित नतांज में यूरेनियम को 60 फीसदी शुद्धता तक संवर्धित किया गया था जो हल्का रेडियोधर्मी स्तर है और परमाणु आयुध निर्माण के स्तर के करीब है. इजराइल ने हमलों में इस परमाणु केंद्र के ऊपरी हिस्से को नष्ट कर दिया. नतांज परमाणु केंद्र का एक और हिस्सा जमीन के अंदर है जहां इसके ज्यादातर सेंट्रीफ्यूज हवाई हमलों से बचाने के लिए हैं.

आईएईए ने कहा कि उसका मानना ​​है कि इनमें से ज्यादातर या सभी सेंट्रीफ्यूज इजराइली हमले में नष्ट हो गए. विशेषज्ञों के अनुसार ये सेंट्रीफ्यूज पांच फीसदी शुद्धता तक यूरेनियम संवर्द्धन कर रहे थे. आईएईए के प्रमुख राफेल ग्रॉसी ने 16 जून को एजेंसी के बोर्ड की एक आपातकालीन बैठक में कहा था कि नतांज के अंदर रेडियोधर्मी और रासायनिक संदूषण की संभावना है, लेकिन परिसर के बाहर विकिरण का स्तर सामान्य बना हुआ है.

अमेरिकी ने किया हमला

फोर्दो परमाणु संवर्धन ईरान में एक पहाड़ के नीचे स्थित है. ईरान अपने हथियारों के जरूरी सामान यहीं बनाता है. इसी कारण इसे इजराइलियों के लिए बहुत बड़ा लक्ष्य माना जाता है. लेकिन, अंडरग्राउंड होने के कारण इस पर हमला करना मुश्किल था. इसके अलावा इजराइल के पास बंकर बस्टर बम नहीं है ऐसे में उसके लिए इसे लक्ष्य बनाना काफी मुश्किल हो रहा था. इसी कारण अमेरिका ने रविवार के हमलों में अपने ताकतवर बंकर बस्टर बम गिराए. (भाषा)

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