IDY: योग शरीर, मन और आत्मा के बीच सामंजस्य स्थापित करने के एक शक्तिशाली साधन के रूप में कार्य करता है और लोगों के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. योग केवल व्यायाम का एक रूप नहीं है, यह जीवन जीने का समग्र तरीका है जो लोगों को शक्ति, शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा प्रदान करता है. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शनिवार को संसद परिसर में 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह का नेतृत्व किया जिसमें सांसदों, पूर्व सांसदों, और लोक सभा सचिवालय तथा राज्य सभा सचिवालय के कर्मचारियों सहित सैकड़ों प्रतिभागियों ने सामान्य योग प्रोटोकॉल में भाग लिया.
बिरला ने लोगों से योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाने और यह बताने के लिए प्रोत्साहित किया कि योग ने किस तरह उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाया है, इससे दूसरों को भी योग की परिवर्तनकारी शक्ति को जानने की प्रेरणा मिलेगी. उन्होंने युवाओं से, विशेष रूप से, जीवन में लचीलापन, आत्मविश्वास और उद्देश्य की स्पष्टता विकसित करने के साधन के रूप में योग को अपनाने का आह्वान किया.
तनाव कम करने और आंतरिक शक्ति का निर्माण में मददगार
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि भारत की सबसे पुरानी और सबसे गहन प्रथाओं में से एक योग आज के आधुनिक और वैज्ञानिक युग में भी बहुत प्रासंगिक है. दुनिया भर में किए गए वैज्ञानिक अध्ययनों और शोधों ने हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर योग के सकारात्मक प्रभाव को मान्यता दी है. योग लोगों के तनाव कम करने, आंतरिक शक्ति का निर्माण करने और रचनात्मक तथा शांतिपूर्ण तरीके से ऊर्जा को प्रवाहित करने में मदद करता है. यह एकाग्रता और कार्य कुशलता को बढ़ाता है और एक स्वस्थ तथा संतुलित जीवन शैली प्रदान करता है. उन्होंने उम्मीद जताई कि योग विभिन्न संस्कृतियों के लोगों को एकजुट करता रहेगा और एक स्वस्थ, अधिक शांतिपूर्ण दुनिया बनाने में योगदान देगा.
बिरला ने आज लाल किला परिसर में ब्रह्माकुमारीज के सामूहिक योगाभ्यास का भी नेतृत्व किया. इस अवसर पर उन्होंने राज योग और ज्ञान योग के माध्यम से शांति और सुख को बढ़ावा देने में ब्रह्माकुमारीज संगठन के अमूल्य योगदान की सराहना की.
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